Crypto Firms : पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से विकसित हुआ है। निवेशकों और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच इसकी बढ़ती लोकप्रियता ने इसे वित्तीय क्षेत्र में एक नई दिशा दी है। लेकिन इस उभरते बाजार के साथ-साथ क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स पर साइबर अपराध और हैकिंग की घटनाओं में भी काफी वृद्धि हुई है। एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स पर हैकिंग के कारण चुराई गई राशि 2.2 अरब डॉलर तक पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 21% अधिक है।
क्रिप्टोकरेंसी का बाजार जितना तेजी से बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से इसके साथ जुड़े सुरक्षा खतरों का विस्तार हो रहा है। निवेशकों और क्रिप्टो फर्मों के लिए यह महत्वपूर्ण हो गया है कि वे मजबूत साइबर सुरक्षा उपाय अपनाएं। भविष्य में इस इंडस्ट्री की स्थिरता और विकास इस बात पर निर्भर करेगा कि यह अपने यूजर्स की संपत्ति और डेटा की सुरक्षा को कितना प्रभावी ढंग से सुनिश्चित कर पाती है।
लगातार चौथे वर्ष रिकॉर्ड तोड़ चोरी
ब्लॉकचेन एनालिसिस फर्म Chainalysis की रिपोर्ट के अनुसार, यह लगातार चौथा वर्ष है जब Crypto Firms की हैकिंग से चुराई गई राशि एक अरब डॉलर से अधिक रही है। रिपोर्ट बताती है कि 2022 में क्रिप्टो हैकिंग के कुल 282 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 303 हो गई। यह आंकड़ा स्पष्ट करता है कि जैसे-जैसे क्रिप्टो बाजार का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे साइबर अपराधी भी अधिक सक्रिय हो रहे हैं।
बिटकॉइन की वृद्धि और हैकिंग के मामलों में इजाफा
2023 में मार्केट वैल्यू के आधार पर सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत में लगभग 140% की वृद्धि हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन की कीमतों में और तेजी आई। हाल ही में बिटकॉइन ने 1,08,000 डॉलर का ऐतिहासिक उच्च स्तर छुआ। लेकिन इस तेजी के साथ-साथ क्रिप्टो से जुड़े हैकिंग और धोखाधड़ी के मामलों में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
Chainalysis की चेतावनी
Chainalysis के साइबर क्राइम्स रिसर्च लीड एरिक जार्डाइन ने इस बढ़ती समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “डिजिटल एसेट्स का बाजार जितना बड़ा हो रहा है, उतनी ही तेजी से इनका गैरकानूनी इस्तेमाल भी बढ़ रहा है। आने वाले वर्ष में इन अपराधों से निपटना क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।” रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि क्रिप्टो वॉलेट्स के प्राइवेट कीज़ को हैक करने के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। यह तकनीकी कमजोरी न केवल प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा को सवालों के घेरे में लाती है, बल्कि यूजर्स की संपत्ति को भी जोखिम में डालती है।
WazirX: एक बड़ा साइबर हमला
हाल के महीनों में, भारत के प्रमुख Crypto Firms एक्सचेंज WazirX को हैकर्स ने निशाना बनाया। इस साइबर हमले में एक्सचेंज को 23 करोड़ डॉलर (लगभग 1,900 करोड़ रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ। इस हमले के बाद WazirX ने अपने यूजर्स के लिए फंड विड्रॉल सहित कई सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था।
WazirX, जिसके 1.6 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं, के एक मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट को हैकर्स ने निशाना बनाया। चुराए गए फंड को वापस लाने के लिए WazirX ने हैकर्स को 2.3 करोड़ डॉलर (लगभग 192 करोड़ रुपये) की पेशकश की थी। हालांकि, यह मामला क्रिप्टो मार्केट में बड़ी हलचल का कारण बना। इससे न केवल बाजार पर असर पड़ा, बल्कि क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा क्षमताओं पर भी सवाल उठे।
Tornado Cash और विवादास्पद ट्रांजैक्शन
WazirX से लगभग 24 करोड़ डॉलर (लगभग 1,965 करोड़ रुपये) संदिग्ध तरीके से एक नए एड्रेस पर भेजे गए थे। बाद में यह पता चला कि यह एड्रेस विवादास्पद क्रिप्टो मिक्सर प्लेटफॉर्म Tornado Cash से जुड़ा हुआ था। इस घटना ने क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स के संचालन और सुरक्षा प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए।